पतझड़ के पंछी तो अक्सर उड़ ही जाते हैं! पतझड़ के पंछी तो अक्सर उड़ ही जाते हैं!
अब मैं खिड़कियों में चिड़ियों के लिए पानी और दाने रखा करती हूं। सभी पंछी वहाँ आते हैं द अब मैं खिड़कियों में चिड़ियों के लिए पानी और दाने रखा करती हूं। सभी पंछी वहाँ आत...
हाड़-माँस का बना इंसान लालच में आकर फिसल सकता है लेकिन अन्त में उसे उसके संस्कार ही बचाते हैं। हाड़-माँस का बना इंसान लालच में आकर फिसल सकता है लेकिन अन्त में उसे उसके संस्कार ...
इंसान अपनों से ज्यादा दुनिया की चिंता क्यूं करता है वो अपनों से ज्यादा दुनिया क्या बोले इंसान अपनों से ज्यादा दुनिया की चिंता क्यूं करता है वो अपनों से ज्यादा दुनिया क्...
मैंने तय कर लिया कि अब कभी जल्दबाजी में फैसला नहीं करूँगा। मैंने तय कर लिया कि अब कभी जल्दबाजी में फैसला नहीं करूँगा।
जैसे मैं वही नन्ही सी अंजलि माँ की गोद में झूल रही हूँ। जैसे मैं वही नन्ही सी अंजलि माँ की गोद में झूल रही हूँ।